बिहार; मछली पालन प्रशिक्षण योजना

बिहार; मछली पालन प्रशिक्षण योजना

बिहार, बेरोजगारों और मछुआरा समुदाय से संबंध रखने वाले लोगों के लिए राज्य सरकार ने एक मत्स्य प्रशिक्षण प्रोग्राम तैयार किया है। प्रोग्राम को जिस मत्स्य योजना के अंतर्गत इस तैयार किया गया है उस योजना का नाम ‘मत्स्य प्रशिक्षण योजना’ है। इस योजना के अंतर्गत मछली पालन से संबंधित जानकारी लोगों को प्रदान की जाएगी, जिससे वो बेहतर तरीके से मछली पालन करें और अपना खुदका अच्छा व्यवाय स्थापित कर सकें।

इस योजना में युवक व युवतियों को ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा। यह मत्स्य प्रशिक्षण योजना, बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा चलाई व संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत वैज्ञानिक तरीके से लोगों को मछली पालन सिखाया जाएगा और यह भी सिखाया जाएगा की वे मछली पालन को और बेहतर तरीके से कैसे कर सकते है।

मछली पालन प्रशिक्षण योजना का उद्देश्य:

आज कल लोग स्वरोजगार की ओर अधिक प्रोत्साहित हो कर, मछली पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करके ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते है, यही इस योजना का भी मुख्य उद्देश्य है। इस योजना से मछली पालन प्रफुल्लित होगा जिससे मछली पालन में वृद्धि होगी और इसका सीधा असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी होगा। मत्स्य प्रशिक्षण योजना मछली पालन के धंधे को बिहार में और ज्यादा बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है।

जो लोग मछली पालन या मत्स्य पालन के बारे में ज्यादा जानकारी ना भी रखते हैं उनको भी यदि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में दिलचस्पी है तो वह बेझिझक होकर इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। यदि उस जानकारी प्रभाव कारी लगी तो वह उसे मुफ्त में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए अप्रूवल दे देते हैं जिससे नई तकनीकें जानने का मौका मिलता है और अपना खुद का रोजगार शुरू करने का मौका मिलता है।  इसलिए जिन लोगों को मत्स्य पालन में दिलचस्पी है उन्हें योजना के अंतर्गत  अपना नाम नामांकित कर देना चाहिए।

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा खोले गए सेंटर

इस मत्स्य प्रशिक्षण योजना के तहत बिहार में विभिन्न स्थानों पर सेंटर भी खोले गए है। इन सेंटरों से लाभार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है। इन सेंटरों की सूची निम्नलिखित है:

  • मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र, मीठापुर, पटना
  • मत्स्यकी महाविद्यालय, ढोली, मुजफ्फरपुर
  • नारायण सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान, शास्त्री नगर,  पटना
  • ICAR, पटना

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के लाभ:

  • इस योजना के अंतर्गत हर समुदाय से संबंध रखने वाले लोग मछली पालन की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते है।
  • इस योजना के अंतर्गत वैज्ञानिक तरीके से सभी को प्रशिक्षित किया जाएगा और मछली पालन से जुड़ी सारी बारीकियां भी समझाई जाएंगी।
  • इस योजना के अंतर्गत सभी लोगों को मुफ्त में मछली पालन की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत मछली पालन का ट्रेनिंग प्रोग्राम, विशेषज्ञों की देखरेख में कराया जाएगा।
  • जो लोग बिहार राज्य में प्रशिक्षण प्राप्त करते है उन्हें 40 परीक्षार्थियों के बैच में ट्रेनिंग दी जाएगी और इसमें इन बेड की संख्या 36 है व इसमें कुल 1440 लाभार्थियों को 6 दिन की ट्रेनिंग दी जाती है।
  • इस योजना के अंतर्गत जो भी लोग प्रशिक्षण केंद्रों तक रेल मार्ग के जरिए जाएंगे उन्हें किराए की निर्धारित राशि भी प्रदान की जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत जो भी लोग सड़क मार्ग से प्रशिक्षण हासिल करने के लिए ट्रेनिंग सेंटर तक जाते है, उन्हें बस का टिकट दिखाने के बाद निर्धारित किराया प्रदान किया जाएगा।
  • यदि कोई मछली पालक अपने ही जिले में ट्रेनिंग लेना चाहे तो, उसे 10 दिनों तक मछली पालन की ट्रेनिंग भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत जारी किए गए नियम:

  • इस योजना के तहत बिहार के साथ साथ अन्य राज्यों में भी मछली पालन की ट्रेनिंग प्राप्त की जा सकती है।
  • इस योजना के तहत बिहार राज्य में केवल बिहार के मूल निवासियों को ही मछली पालन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत मुफ्त में ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
  • इस योजना से जो भी मछली पालक ट्रेनिंग प्राप्त करना चाहते है, उनके पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
  • उनके पास भूमि के पट्टे से संबंधित प्रमाण पत्र होना भी अनिवार्य है, केवल तब ही वे इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर पाएंगे।
  • जिनके पास भूमि के पट्टे से संबंधित कोई प्रमाण पत्र नहीं होगा, उन्हें इस योजना के तहत मुफ्त मछली पालन की ट्रेनिंग प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:

  • आधार कार्ड
  • मूल निवासी का पहचान पत्र
  • भूमि के पट्टे का प्रमाण पत्र
  • राशन कार्ड, वोटर आईडी आदि
  • दो पासपोर्ट साइज फोटो

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया:

इस मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत आवेदन करने के लिए केवल ऑफलाइन सुविधा ही उपलब्ध कराई गई है। इसलिए जो भी इच्छुक व्यक्ति मत्स्य प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें निम्नलखित स्टेप्स को फॉलो करने होगा:

  • जो भी व्यक्ति इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहता है, उसे अपने जिले के मत्स्य पालन विभाग से मत्स्य प्रशिक्षण योजना का फॉर्म लेना होगा।
  • लेकिन जो व्यक्ति काकीनाडा बैच के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए 250 रुपए का शुल्क भरना होगा और अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए 100 रुपए का शुल्क भरना होगा।
  • मत्स्य प्रशिक्षण योजना के आवेदन फॉर्म को अच्छी तरह से पढ़ कर भरने के बाद आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी अटैच करनी होगी।
  • इसके बाद इस फॉर्म को आपको जिले की जिला मत्स्य अधिकारी या जिला सह मुख्य कार्यपालक अधिकारी के कार्यालय में जाकर जमा करना होगा।
  • इसके बाद आपके आवेदन पत्र को अधिकारी वेरीफाई करेंगे और आपके दस्तावेजों को भी वेरीफाई करेंगे। अगर उन्हें आपकी सारी जानकारी सही लगती है तो आपके आवेदन को उनके द्वारा अप्रूवल दे दिया जाएगा।
  • इसके बाद आपकी ट्रेनिंग शुरू कर दी जाएगी और यह ट्रेनिंग बिल्कुल मुफ्त में प्रदान की जाती है।

मछली पालन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत लाभार्थी की चयन प्रक्रिया:

  • जो व्यक्ति किसी हैचरी, तालाब के निर्माण, फिश फीड मिल के लिए बैंक लोन या फिर खुद की लागत से बनाई फ़ीड मिल के लिए मत्स्य विभाग में आवेदन करते है तो उन्हें पहल के आधार पर इस योजना के तहत चुन लिया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत उन मछली पालकों को प्राथमिकता दी जाएगी जो प्रोटीन मिशन, मुख्यमंत्री मत्स्य विकास परियोजना, समग्र मत्स्य विकास प्रयोजना, आदि के तहत बैंक से लोन लेने के लिए आवेदन कर चुके है और बाकी के आवेदकों को वेटिंग लिस्ट में डाल जाएगा। इसमें जितनी सीट खाली होंगी, वहां पर उन्हें ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए अप्रूवल दे दिया जाएगा।