मछली पालन करने के लिए गडवासू को PMMSY द्वारा जारी किया गया 1.84 करोड़ रुपए का फंड

लुधियाना, केंद्र सरकार ने मछली पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासू) को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय राशि प्रदान करने का ऐलान किया है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पांच साल तक समुद्री और गैर समुद्री क्षेत्र में मछली पालन के संसाधनों को विकसित किया जाएगा।

केंद्र सरकार ने 20 करोड़ रुपये का बजट भी निर्धारित किया है। यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. मीरा डी आंसल ने बताया है कि लगभग 1.84 करोड़ रुपये का फंड यूनिवर्सिटी को इस योजना के तहत मिला है। उन्होंने बताया कि इस फंड से एक केंद्र तैयार किया जाएगा और उस केंद्र में मछली पालन की आधुनिक तकनीक जैसे बायोफ़्लोक और रीसरकुलेेटरी एकुआकल्चर सिस्टम (RAS) को लेकर जानकारी दी जाएगी और वहां रिसर्च के साथ-साथ कौशल विकास भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस केंद्र के जरिए पंजाब और पड़ोसी राज्यों के किसानों को भी शिक्षित किया जाएगा।

छोटे किसानों को ट्रेनिंग देकर मजबूत करेंगे उनकी आर्थिक स्थिति

वाइस चांसलर डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया है कि इन विधियों के जरिए केंद्र में आधुनिक तरीके से रिसर्च करने का कार्य किया जाएगा। रिसर्च करते समय वातावरण में आने वाले दबाव को भी ध्यान में रखकर काम किया जाएगा और मछली पालन करने के लिए पानी के प्रयोग सिर्फ 10 से 15 फीसदी रह जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र इस कार्य के लिए मील का पत्थर भी बनेगा। इस फंड के जरिए छोटे किसानों को ट्रेनिंग देकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकेगा। डायरेक्टर रिसर्च डॉ. जतिंदरपाल सिंह गिल ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने पशुधन क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अपने प्रदर्शन से कई बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की हैं और इस नए प्रोजेक्ट के जरिए उनके रिसर्च और विकास के कामों को और बल मिलेगा।

इस फंड को कैसे काम में लिया जाएगा?

● इस फंड से मछली पालन की आधुनिक तकनीक विकसित करने को लेकर रिसर्च की जाएगी।

● पंजाब और पड़ोसी राज्यों के किसानों को भी मछली पालन की आधुनिक तकनीक के बारे में शिक्षित जाएगा।