OBC जाति के लोगों को मिलेगा मछली पालन विभाग की ओर से अनुदान

झज्जर, हरियाणा: अनुसूचित जाति के जो लोग भी मछली पालन का काम करना चाहते हो या फिर जो भी अनुसूचित जाति के लोग मछली पालन का काम कर रहे हो उन्हें झज्जर मत्स्य विभाग की ओर से अनुदान व लाभ दिया जाएगा। इसकी जानकारी जिला मत्स्य अधिकारी जय गोपाल जी ने दी है। जय गोपाल जी ने बताया कि इच्छुक लोग विभाग द्वारा आयोजित दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के लिए आवेदन कर सकते है। दस दिवसीय प्रशिक्षण के लिए 100 रुपये प्रतिदिन व 100 रुपये प्रति व्यक्ति का आने जाने का किराया विभाग द्वारा दिया जाएगा।

मछली पकड़ने के जाल की खरीद पर प्रति व्यक्ति 7500 रुपये का अनुदान

जिला मत्स्य अधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा मछली पकड़ने के जाल की खरीद राशि 15 हजार रुपये है, जिस पर 50 फीसद की दर से प्रति व्यक्ति को 7500 रुपये अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि मत्स्य पालकों को पंचायती तालाबों की प्रथम वर्ष पट्टा राशि पर प्रति व्यक्ति 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर या पट्टा की राशि का 50 फीसद जो भी कम होगा वह अनुदान के रूप में प्रदान किया जाएगा। इसकी अधिकतम सीमा 2 लाख रुपये होगी।

मछली पकड़ने के ठेके पर पट्टा राशि का 25 फीसद अनुदान

मत्स्य पालकों को खाद-खुराक या प्लेटेड फीड के उपयोग पर प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस अनुदान की अधिकतम सीमा 1 लाख 80 हजार रुपये है। मत्स्य विभाग के अधिकारी ने यह भी बताया कि अधिसूचित पानियों मे मछली पकड़ने के ठेके पर पट्टा राशि का 25 फीसद अनुदान दिया जाएगा। इस अनुदान की अधिकतम सीमा 4 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि मछली मंडियों में स्थापित दुकान व प्राइवेट दुकान किराए पर लेने के लिए 50 फीसद की दर से 5 हजार रुपये प्रतिमाह का अनुदान दिया जाएगा। वहीं थोक दुकान पर 3 हजार रुपये प्रतिमाह परचून बिक्री की दुकान पर अनुदान दिया जाएगा।

मछली पालन के लिए RAS यूनिट स्थापित करने पर 60 फीसद तक का अनुदान

मछली पालकों को रंगीन मछली पालन के लिए RAS यूनिट स्थापित करने पर भारत सरकार के नॉर्म अनुसार 60 फीसद की दर से अनुदान दिया जाएगा। यह धनराशि 4 लाख 20 हजार रुपये प्रति व्यक्ति को अनुदान के रूप में दी जाएगी।