मछली पालन के लिए तालाब का निर्माण कराने पर बिहार के मत्स्य विभाग की ओर से मिलेगा अनुदान

मछली पालन के लिए तालाब का निर्माण कराने पर बिहार के मत्स्य विभाग की ओर से मिलेगा अनुदान

मछली पालन के लिए नया तालाब खुदवाने पर अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोगों को 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया मत्स्य विभाग द्वारा दिया जाएगा और इसी के साथ विभाग द्वारा चयनित लोगों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देने के लिए उन्हें विभाग की ओर से बाहर भी भेजा जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको जिले के मत्स्य विभाग में जाना होगा और वह जाकर आपको इस योजना के लिए आवेदन देना होगा। जब आपको सफलतापूर्वक आवेदन मिल जाएगा तो उसके बाद विभागीय पदाधिकारी आपके साथ जाकर जमीन के रकबा की जांच करेंगे, यदि सब कुछ सही मिला तो आवेदन को मत्स्य विभाग द्वारा स्वीकार कर दिया जाएगा और आपको अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिले में कुल आठ नदियां स्थित है इसलिए वहां मछली पालन का अपना एक उच्च स्थान है। मछली पालन से जिले के लोग अपनी आय को दोगुना कर रहे है और सरकार भी मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई नई-नई योजनाओं की शुरुआत कर रही है।

लीज की जमीन पर भी करवा सकते है तालाब का निर्माण

बिहार मत्स्य विभाग की इस नई योजना के तहत अति पिछड़े वर्ग के लोगों को तालाब खुदवाने पर 90 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जाएगा और पिछड़े वर्ग के वे लोग जिनके पास कोई जमीन नहीं है, वे लोग लीज पर ली गई जमीन पर भी तालाब का निर्माण करवा सकते हैं लेकिन इसके लिए उस व्यक्ति के पास लीज पर ली गई जमीन का कम-से-कम 9 साल का एग्रीमेंट अनिवार्य है।

कैसे उठाए इस योजना का लाभ:

● इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको जिला मत्स्य विभाग में जाकर आवेदन देना होगा।

● आवेदन के साथ आपको जमीन के कागजात की छायाप्रति भी विभाग में जमा करनी होगी।

● यदि आप कम से कम दो हेक्टेयर की भूमि पर नया तालाब खुदवाते है तो आपको मत्स्य विभाग की और से अनुदान मिलेगा।

● मत्स्य विभाग द्वारा सामान्य वर्ग के लोगों को ज्यादा से ज्यादा सात लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा और एससी-एसटी वर्ग के लोगों को लागत का 70 प्रतिशत अनुदान मिलेगा।

● जब तक विभाग आपकी भूमि का परीक्षण नहीं करता तब तक आपको अनुदान के लिए स्वीकृति नहीं मिलेगी।

● इस योजना का लाभ वो व्यक्ति जो मछली पालन करना चाहता है वो आवेदन कर सकता है।

दिया जाएगा मछली पालन का परीक्षण:

जिले के मत्स्य पदाधिकारी अनिल कुमार जी ने बताया कि नीली क्रांति को बढ़ावा देने के लिए नए तालाबों का निर्माण करने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के लिए अभी तक कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है और कोई भी व्यक्ति जो मछली पालन करने के लिए इच्छुक हो और नए तालाब का निर्माण करवाना चाहता हो वो इस योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना के तहत चयनित लोगों में से तीस लोगों का चयन कर उन्हें मछली पालन का परीक्षण दिया जाएगा।